तहसीलदार (Tehsildar) कैसे बने? | तहसीलदार बनने लिए योग्यताऔर सैलरी

नमस्कार दोस्तो, हर एक युवा का एक सपना होता हैं कि वह एक टॉप क्लास की नौकरी हासिल कर सके। अपने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए युवा कड़ी मेहनत भी करते हैं। लेकिन किसी को भी सपने को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत के साथ-साथ आपके सही मार्गदर्शन का होना अतिआवश्यक हैं।

हिंदुस्तान के बहुत से युवाओ का सपना तहसीलदार बनने का होता हैं, वे दिन-रात कड़ी मेहनत करते हैं लेकिन सही मार्गदर्शन न होने की वजह से वह अपना मुकाम हासिल नहीं कर पाते हैं या सफल नहीं होते हैं।

ऐसे ही युवाओ को सही मार्गदर्शन और सटीक जानकारी मिल सके इसके लिए हमारे एक्स्पर्ट्स एक विस्तृत लेख लिख रहे है, जिससे आपको पता चल सके कि तहसीलदार क्या होता हैं? इसके लिए क्या योग्यता होनी चाहिए और तहसीलदार कैसे बनते हैं?

आइए विस्तार से तहसीलदार के बारे में जानते हैं –

यदि किसी भी युवा का सपना तहसीलदार बनने का हैं, तो सबसे पहले तहसीलदार बनने के लिए किस प्रकार की और कैसी तैयारी करनी हैं इसकी विस्तृत जानकारी ले लेनी चाहिए।

जैसे कि तहसीलदार के क्या काम होते हैं? इनके क्या अधिकार होते हैं? तहसीलदार बनने के लिए क्या-क्या योग्यता होनी चाहिए, साथ ही तहसीलदार की सैलरी कितनी होती हैं। ऐसे तमाम बातों की जानकारी होना जरूरी हैं।

हम आपको इस लेख में तहसीलदार से संबन्धित सारी जानकारी विस्तार में देंगे, इस लेख को पूरा पढ़ लेने के बाद आपको तहसीलदार के बारे में सम्पूर्ण जानकारी हो जाएगी।

What is Tehsildar in Hindi (तहसीलदार कैसे बने?)

हम आपको बता दे कि देश में अनेक राज्य होते हैं और एक राज्य कई जिलो से मिलकर बना होता हैं और एक जिले में कई सारी तहसील होती हैं। उन्ही तहसील के प्रभारी को अधिकारी को तहसीलदार कहा जाता हैं।

तहसीलदार एक प्रकार का कर अधिकारी होता हैं वो राजस्व प्रशासन में मुख्य अधिकारी होता हैं। आपको पता होना चाहिए कि एक तहसीलदार का काम मुख्य रूप से राजस्व का संग्रहण करना और पर्यवेक्षण करना होता हैं।

संबन्धित तहसील के अंतर्गत भूमि विवाद जैसी समस्या का निवारण करने और राजस्व संग्रहण की ज़िम्मेदारी तहसीलदार की ही होती हैं। इसके साथ ही भूमि अधिग्रहण के मामले और प्राकृतिक आपदाओ से होने वाले नुकसान के लिए तत्काल राहत का प्रबंधन या अभियान भी तहसीलदार के द्वारा आयोजित किया जाता हैं।

How to Become Tehsildar in Hindi? (तहसीलदार कैसे बने?)

अगर आपके अंदर भी तहसीलदार बनने का जज्बा हैं, तो आपको कड़ी मेहनत के साथ पढ़ाई करनी होगी, इसके साथ ही आपके अंदर तहसीलदार पद के लिए समर्पण और जुनून होना बहुत ही जरूरी हैं।

जब आपके अंदर तहसीलदार की नौकरी पाने के लिए जुनून होगा तभी आप अपने लक्ष्य पर फोकस कर पाएंगे। आपकी यही एकाग्रता और लगन आपको तहसीलदार बना सकती हैं।

तहसीलदार बनने के लिए आपको नायाब तहसीलदार के रूप में चयनित होना पड़ेगा।

अगर आपको नायाब-तहसीलदार बनना चाहते हैं, तो आपको राज्य लोक सेवा आयोग के द्वारा आयोजित की गई परीक्षा से गुजरना होगा। यह सिविल परीक्षा ही होती हैं।

जब आप राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा को उत्तीर्ण कर लेते हैं तो कुछ समय के बाद तहसीलदार के रूप में आपका प्रमोशन कर दिया जाता हैं।

हम आशा करते हैं, कि अब तक आप यह जान गए होंगे कि तहसीलदार कैसे बनते हैं? आइए अब जान लेते हैं कि तहसीलदार बनने के लिए आपके अंदर क्या-क्या योग्यताए होनी चाहिए।

Qualification to Become Tehsildar (तहसीलदार बनने के लिए योग्यताए?)

तहसीलदार बनने के लिए किसी भी विषय के साथ बैचलर की डिग्री होनी चाहिए। अभ्यर्थी का किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किसी भी स्ट्रीम में पास होना अनिवार्य हैं।

तहसीलदार बनने के लिए अभ्यार्थी की उम्र 21-40 वर्ष के बीच में होनी चाहिए। इसके साथ ही गवर्नमेंट ने OBC को 3 साल और SC/ST श्रेणी के उम्मीदवार के लिए 5 वर्ष की छूट प्रदान की गई हैं।

Tehsildar Selection Process (तहसीलदार चयन प्रक्रिया)

हम आपको बता दे कि आप देश के किसी भी राज्य में हो इसमे हर एक राज्य में तीन चरणों में परीक्षा होती हैं, जिन्हे आपको पास करना होता हैं, जो इस प्रकार हैं ।

तहसीलदार बनने के लिए दी जाने वाली परीक्षा के तीन चरण होते हैं, यदि आप इन टेस्ट्स को उत्तीर्ण कर लेते हैं, तो आपका चयन तहसीलदार के रूप में हो जाता हैं।

  • जांच परीक्षा (Screening Test)
  • मुख्य परीक्षा (Main Test)
  • साक्षात्कार (Interview)

Screening Test: तहसीलदार की परीक्षा में सबसे पहले अभ्यार्थी को स्क्रीनिंग टेस्ट से गुजरना पड़ता हैं। इसमे अभ्यार्थी से सामान्य ज्ञान के निर्धारित कुछ Multiple Choice प्रश्न पुछे जाते हैं। यह एग्जाम अभ्यार्थी के रिज़ल्ट पर आधारित होती है।

Main Test: अगर अभ्यार्थी जाँच परीक्षा में सफल होता हैं, तो उसको मुख्य परीक्षा के लिए बुलाया जाता हैं। लेकिन इस एग्जाम को उत्तीर्ण करने के लिए बहुत मेहनत से पढ़ाई और तैयारी करनी पड़ती हैं, तभी अभ्यार्थी इसमे सफल हो सकता हैं, क्योकि यह स्क्रीनिंग परीक्षा से ज्यादा कठिन होता हैं।

Interview: यदि अभ्यार्थी ऊपर बताए गए चरणो को पास कर लेते हैं, तो उन्हे इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता हैं, और उन अभ्यार्थिओ से कुछ ऐसे सवाल पुछे जाते हैं जिससे उनके योग्यता का आकलन किया सके। यदि पूछे गए सवालो के जवाब अभ्यार्थी सही-सही दे देता हैं, तो वो सफल हो जाते हैं।

How Prepare for Tehsildar (तहसीलदार की तैयारी कैसे करे?)

यदि कोई अभ्यार्थी तहसीलदार की तैयारी एक निश्चित लक्ष्य और लगन के साथ अच्छे टाइम टेबल के अनुसार करे तो उनकी सफलता ध्रुव हैं। हम आपको कुछ शानदार टिप्स भी बताने जा रहा हैं जो किसी भी अभ्यार्थी के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं।

  • अभ्यार्थी को उसके राज्य से संबन्धित इतिहास और भूगोल की अच्छी जानकारी के साथ-साथ राज्य का सामान्य ज्ञान का भी बोध होना चाहिए, जिससे लिए आप प्रामाणिक पुस्तके ही पढे।
  • तहसीलदार की परीक्षा में आपको देश-विदेश के करेंट अफेयर्स की अच्छी जानकारी होनी चाहिए क्योकि यह एक नागरिक सेवा परीक्षा हैं जिसमे अभ्यार्थी को उच्च स्तर की तैयारी करनी होगी।
  • करेंट अफेयर्स से अपडेट रहने के लिए दैनिक अखबार या पत्रिका पढे और कोशिश यह करे कि तैयारी एनसीईआरटी की पुस्तकों से ही करे।
  • इस परीक्षा में हिन्दी विषय में भी ध्यान दे जैसे- पर्यायवाची, विलोम, मुहावरे, लोकोक्तियों, शब्द रूप, समास आदि बिन्दुओ का अभ्यास करते रहे। अच्छे अंक हासिल करने के लिए आप नोट्स बना सकते हैं।
  • अभ्यार्थी को पुराने प्रश्न पत्रो को हल करते रहना चाहिए, प्रश्नो के स्तर और पैटर्न को अच्छे से समझ लेना चाहिए। साथ ही साथ पढ़ाई में समय का प्रबंधन बना कर रखे।
  • अपना आत्मविश्वास और धैर्य बरकरार रखे, ओवर कॉन्फ़िडेंस को हावी न होने दे।
  • तहसीलदार की परीक्षा की तैयारी के लिए आप अच्छे शिक्षक या किसी कोचिंग सेंटर में जा सकते हैं।
  • आज के इस डिजिटल युग में सबसे सरल और किफ़ायती यह हैं कि आप इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई कर सकते हैं, यूट्यूब में एक से बढ़ कर एक टॉप क्लास शिक्षक विडियो डालते हैं, इसकी तैयारी खुद पर निर्भर करती हैं।

हमे आशा हैं कि आपको हमारे द्वारा बताए गए टिप्स समझ में आए होंगे। अब नीचे हम आपको तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के अंतर को स्पष्ट करके बताने जा रहे हैं।

तहसीलदार और नायाब तहसीलदार में अंतर

यदि हम सीधे-सीधे बात करे तो तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के रूप में राजस्व के और मजिस्ट्रेड कर्तव्यो में कोई ज्यादा अंतर नहीं होता हैं। लेकिन फिर भी अंतर को जान लेते हैं –

तहसीलदार: तहसीलदार तहसील का प्रभारी अधिकारी होता हैं, जो सहायक कलेक्टर ग्रेड की पावर के साथ विभाजित किया जाता हैं। इसके साथ ही अतिरिक्त तहसील के वरिष्ठ राजस्व अधिकारी के आधार पर कार्य करवाने का भी पावर होता हैं। अपने क्षेत्र में होने वाले भूमि संबन्धित कार्य या विवाद सुलझाने का काम भी तहसीलदार के अंतर्गत आता हैं।

नायाब तहसीलदार: नायाब तहसीलदार राजस्व अधिकारी के ग्रेड की पावर के साथ कार्य करते हैं। नायाब तहसीलदार को उनके पद के अनुसार पावर में सम्मिलित नहीं किया गया हैं। इसके अलावा नायाब तहसीलदार राजपत्रित अधिकारी के रूप में प्रमाण पत्र जारी करने में सक्षम नहीं होते हैं। लेकिन अन्य कार्य तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के एक जैसे रहते हैं।

हमने आपको तहसीलदार और नायाब तहसीलदार के बीच के अंतर को अच्छे से स्पष्ट किया हैं, आइए अब तहसीलदार के कार्य को समझ लेते हैं।

Functions of Tehsildar (तहसीलदार के कार्य)

लोगो के बीच हमेशा इस बात को लेकर कन्फ़्युशन रहता हैं कि आखिरकार तहसीलदार कार्य किस प्रकार का करते हैं। तो आइए हम आपको तहसीलदार के कार्यो को बता रहे हैं –

  1. किसी भी राज्य के जिले की तहसील में कार्यरत तहसीलदार राजस्व से संबन्धित रेकॉर्ड का रख-रखाव की ज़िम्मेदारी को निभाते हैं।
  2. एक तहसीलदार के ऊपर जो भी तालुका से संबन्धित कार्य होते हैं उनकी ज़िम्मेदारी भी होती हैं।
  3. तहसीलदार के निगरानी में ही पटवारी और कानून निरीक्षण का कार्य होता हैं।
  4. तहसीलदार को सरकार द्वारा मुख्य रूप से राजस्व के आधार पर नियुक्त किया जाता हैं, इनको पूरी ईमानदारी के साथ काम करना होता हैं।
  5. अगर उनके क्षेत्र में फसल संबन्धित नुकसान भी होता हैं, तो मुआवजा का प्रबंधन भी तहसीलदार के द्वारा ही किया जाता हैं।

हम उम्मीद रखते हैं कि आपको तहसीलदार के कार्य आपको समझ में आ गए होंगे। लेकिन अब सबसे पॉपुलर सवाल यह होता हैं कि आखिरकार तहसीलदार का वेतन कितना होता हैं, तो आइए इस बात को भी जान लिया जाए-

Tehsildar Salary (तहसीलदार का वेतन)

अगर देखा जाए तो तहसील के उच्च पद पर आसीन तहसीलदार का वेतन बहुत अच्छा होता हैं। हम आपको बता दे कि नायाब तहसीलदार को 9300 से लेकर 34800 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं। और साथ ही 4800 रुपये ग्रेड पे होता हैं। जिसे बहुत सम्मान जनक वेतन कहा जा सकता हैं।

जबकि तहसीलदार को 15600 रुपये से लेकर 39100 रुपये प्रतिमाह मिलते हैं। साथ ही 5400 रुपये पे ग्रेड होता हैं। इसके अतिरिक्त तहसीलदार और नायाब तहसीलदार को महंगाई भत्ते, यात्रा भत्ते, मकान किराया भत्ते, चिकित्सा भत्ते, पेंशन आदि का लाभ मिलता हैं।

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हम आशा करते हैं कि आज के इस लेख को पूरा पढ़ लेने के बाद तहसीलदार बनने का सपना देखने वाले अभ्यार्थी को काफी मदद मिलेगी। अगर आपके कोई निजी सवाल या सुझाव हैं तो कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं। धन्यवाद!

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